गीता अध्याय ll 15 ll
श्लोक ll 6 ll
यद्गत्वा न निवर्तन्ते तद्धाम परमं मम॥
हिंदी अनुवाद
जिस परम पद को प्राप्त होकर मनुष्य लौटकर संसार में नहीं आते उस स्वयं प्रकाश परम पद को न सूर्य प्रकाशित कर सकता है, न चन्द्रमा और न अग्नि ही, वही मेरा परम धाम ('परम धाम' का अर्थ गीता अध्याय 8 श्लोक 21 में देखना चाहिए।) है
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