गीता अध्याय ll 14 ll
श्लोक ll 4 ll
निबध्नन्ति महाबाहो देहे देहिनमव्ययम्॥
हिंदी अनुवाद
हे अर्जुन! सत्त्वगुण, रजोगुण और तमोगुण -ये प्रकृति से उत्पन्न तीनों गुण अविनाशी जीवात्मा को शरीर में बाँधते हैं ॥
हे अर्जुन! सत्त्वगुण, रजोगुण और तमोगुण -ये प्रकृति से उत्पन्न तीनों गुण अविनाशी जीवात्मा को शरीर में बाँधते हैं ॥
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