गीता अध्याय ll 14
श्लोक ll 5 ll
तासां ब्रह्म महद्योनिरहं बीजप्रदः पिता॥
हिंदी अनुवाद
हे अर्जुन! नाना प्रकार की सब योनियों में जितनी मूर्तियाँ अर्थात शरीरधारी प्राणी उत्पन्न होते हैं, प्रकृति तो उन सबकी गर्भधारण करने वाली माता है और मैं बीज को स्थापन करने वाला पिता से लता हु ॥
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