गीता का 10 अध्याय
श्लोक || 6 ||
बहून्यदृष्टपूर्वाणि पश्याश्चर्याणि भारत॥
हिंदी अनुवाद
हे भरतवंशी अर्जुन! तू मुझमें आदित्यों को अर्थात अदिति के द्वादश पुत्रों को, आठ वसुओं को, एकादश रुद्रों को, दोनों अश्विनीकुमारों को और उनचास मरुद्गणों को देख तथा और भी बहुत से पहले न देखे हुए आश्चर्यमय रूपों को देख ||
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